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I am a freelancer running 'Rahi Sahyog Sansthan', an NGO working towards the employment of rural youth in India

मंगलवार, 9 अगस्त 2011

खजुराहो जो एक गाँव या शहर नहीं एक अहसास है

मैं वहां जाना नहीं चाहता था, क्योंकि वह एक पत्थरों का देश ही तो है?फिर भी मैं गया और चार दिन रहा. बताता हूँ, बताता हूँ

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